शनिवार, 18 फ़रवरी 2012

देशभक्ति का परिचय नित्य जीवन में

आज सर्वत्र देशभक्ति की वात कही जाती है।किन्तु इस देशभक्ति का मापदंड क्या है?वास्तव में देश के लिए,अपनी मातृभूमी के लिए श्रद्धा भक्ति और समर्पण का भाव ही देशभक्ति है।इस देशभक्ति का परिचय  हमारे नित्य के व्यवहार में भी मिलना चाहिए।जैसे-हमारा भोजन शुद्ध और सात्विक हो।फास्ट फ़ूड और कोल्ड ड्रिंक जैसी शरीर को हानि पहुचाने वाली चीजों से हम दूर रहें।हमारा बेश हमारा परिधान अपनी संस्कृति के अनुरूप हो।क्योंकि व्यक्ति जैसा वेश धारण करता है उसका मन भी बैसा ही वन जाता है।मातृभाषा के प्रति श्रद्धा का भाव हो।अपने महापुरुषों,आस्थाकेंद्रों परम्पराओं, रीति-रिवाज और पर्वों के लिए मन में श्रद्धा का भाव  हो।धन का लालच, सुख या भोग का लालच, भ्रष्टाचार, चारित्रिक दुर्वलता, मानसिक गुलामी से स्वंय को दूर रखें।देश की अखण्डता, जीबनमुल्यों की सुरक्षI   के लिए संकल्प शक्ति की दृढ़ता हमारे आचरण का अंग हो, तभी भारत माँ का गौरव बढेगा और हमारा देश पुन:विश्व गुरु का सम्मान प्राप्त कर सकेगा।

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