शुक्रवार, 10 फ़रवरी 2012

स्वस्थ्य आहार विहार

स्वस्थ्य रहने के लिए आहार क्यों,कव,क्या और कितना करना चाहिए? यह जानना अति आवश्यक है। वास्तव में जीवन के लिए भोजन हो,ना कि भोजन के लिए जीवन।आहार उचित रीति से वनाया और परोसा जाना चाहिए।भोजन करते समय परिवार का वातावरण शांत हो तभी वह शरीर को लाभ पहुचाता है।ऋतू के अनुसार आहार लेना  स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। आहार पौष्टिक अर्थात ताजा, उचित,रसपूर्ण और नियमित समय पर लिया जाय।अन्न ही ब्रह्म है,यह समझकर भोजन करना चाहिए।विहार में मुख्य रूप से हमारी दिनचर्या,निद्रा,हमारी वेशभूषा और परिवार का वातावरण शामिल होता है।ऋतू परिवर्तन के साथ ही अपनी  दिनचर्या और वेशभूषा में आवश्यक परिवर्तन किये जाने चाहिए। निद्रा की उचित स्थिति अर्थात कव सोना और कव नहीं सोना,कितना और कैसे सोना इसकी जानकारी भी होनी चाहिए।स्वास्थ्य सही रखने के लिए शरीर विज्ञान की जानकारीऔर घरेलू उपचार की जानकारी होनी ही चाहिए।गृहसज्जा, सुशोभन,स्वच्छता,व्यवस्था आदि कार्यों में कुशलता लाना,उचित वोलना, अपने हावभावों का ध्यान रखना,एवं स्वास्थ्यप्रद आदतें डालना स्वस्थ्य आहार-विहार के लछन हैं।  

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