आज विश्व में विजय पताका,माँ हमको फहराने दो,
हम हिन्दू हैं हिन्दीभाषी,यह संदेश सुनाने दो।
जिस झंडे को श्रीकृष्ण ने दुनिया में लहराया था,
जिस झंडे को अर्जुन योध्दा लेकर कर में धाया था ।
जिस झंडे से वीर शिवा ने मुगलों को थर्राया था,
जिस झंडे पर राणा सांगा ने सर्वस्व गंवाया था।
उसी ध्वजा को छक्षसाल बालक की भाँति उठाने दो।।1।।
भभक उठे अग्नि सम शोणित जग में हा-हा कार उठे,
दहल जाये दुष्टों की छाती रणचंडी साकार उठे।
शंखनाद सुन फिर भारत के वीरों की ललकार उठे,
हर-हर-हर-हर महादेव के नारों से संसार जगे।
उथल-पुथल मच जाये देश में यह तूफान उठाने दो।।2।।
बप्पा रावल की तलवारें हमनें कर में धारी हैं,
जैमल-फत्ता, झासीरानी, राणा ज़ेसे बलशाली हैं।
बन्दा-गुरु,हरिसिंह,नलवा के हम वंशज अवतारी हैं,
विश्व जीतने की अभिलाषा से यह भुजा पसारी है।
भगवा ध्वज का अमर चिन्ह यह तारों में जड्वाने दो।।3।।
हम हिन्दू हैं हिन्दीभाषी,यह संदेश सुनाने दो।
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